short info :- दक्षता विकास में आप निर्भर बनाने में सहायक होता है अतः यह हमारी शिक्षा व्यवस्था का अभिन्न अंग होना चाहिए यह तथ्य सर्व विदित है कि हमारी शिक्षा व्यवस्था दोषपूर्ण है इस शिक्षा व्यवस्था का सबसे बड़ा दोष यह है कि ना तो इसमें व्यवस्था एकता का संस्पर्श है और ना ही दक्षता और कौशल का पुट
यही कारण है कि हमारी आंख की शिक्षा व्यवस्था पढ़े लिखे एवं डिग्री धारकों को आत्मनिर्भर बना पाने में सफल नहीं हो पा रही है डिग्री धारकों की संख्या तो लिस्ट निरंतर बढ़ती जा रही है
किंतु इनमें से आप निर्भरता प्राप्त करने वालों का स्तर न्यू है यही कारण है कि देश में डिग्री धारी बेरोजगारों की फौज बढ़ती जा रही है जिन्हें हम शिक्षित बेरोजगारों के रूप में अभिजीत करते हैं
यह कहना और संगठन होगा कि देश में बेरोजगारी की भयावह उसकी समस्या के लिए हमारी वर्तमान दोषपूर्ण शिक्षा व्यवस्था काफी हद तक जिम्मेदार है इसमें बदलाव की आवश्यकता की महसूस की जा रही है जरूरत इसे दक्षता विकास से जोड़कर समय अनुकूल बनाने की है
वर्तमान शिक्षा अवस्था का एक नकारात्मक पक्ष यह भी है कि शिक्षा व्यवस्था के बलबूते पर यदि कुछ युवा बेरोजगार पा भी जाते हैं तो उन्हें अपनी पसंद एवं योग्यता के अनुरूप कार्य नहीं मिलता उच्च शिक्षित होते हुए
भी उन्हें नीचे के पदों पर कम वेतनमान पर काम करना पड़ता है इससे उनके मन में ही ग्रंथियां पनपना स्वाभाविक है अपनी रूचि एवं अपेक्षाओं के प्रतिकूल काम करना ऐसे शिक्षित युवाओं को आवश्यकता होती है जिसमें सामाजिक असंतोष बढ़ता है
अत्यंत खेद का विषय है कि औपनिवेशिक काल में बाबू की खेप तैयार करने के लिए शिक्षा व्यवस्था का जो ढांचा लॉर्ड मैकाले ने तैयार किया था उसमें आजादी कितने वर्ष बाद भी हम कोई भूल चूक सुधार नहीं कर पाए
यही वजह है कि कोई मूलभूत परिवर्तन परिलक्षित नहीं हुआ शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी नीतियां एवं दोष तथा इसमें नकारात्मक प्रभाव यथावत ना सिर्फ बने रहे बल्कि धीरे-धीरे उनका दायरा बढ़ता गया
आज की स्थिति अत्यंत विकेट हमारे देश में स्कूल कॉलेज जैसे व्यवस्थित प्रणाली के माध्यम से ज्ञान तो दिया जा रहा है किंतु उसमें आप निर्भर बनाने वाले कौशल एवं दक्षता जैसे अवयवों का नितांत अभाव यही कारण है कि बढ़-चढ़कर शैक्षिक उपलब्धि हासिल करने वाले उच्च शिक्षित तक को जीविकोपार्जन के मोर्चे पर विफल होते देखा जा रहा है
हम आजादी कितने वर्ष बाद भी अपनी शिक्षा प्रणाली में उससे जो क्षमता का विकास नहीं कर पाए जो बेरोजगार में सहायक बनती है और शिक्षित युवकों को आत्मनिर्भर बनाती आजादी के तुरंत बाद से हमारी शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन किए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है इस प्रकार का परिवर्तन किए जाने की कार्य शिक्षक अभिभावक वर्ग द्वारा की जा रही है इसके बावजूद शिक्षा में सुधार की पहल में पड़ गए

दो पल की भी गई थी बेबी इतनी और व्यवहारिक थी कि उनका उल्टा प्रभाव पड़ा इनसे सृजनशीलता का विकास नहीं हुआ उल्टे छात्र एवं युवा पर निरर्थक भोजी बड़ा मसला छात्रों से प्रोजेक्ट बनवाए जाने लगे तो दुकानदारी बन गई
इसे विडंबना ही कहेंगे कि हमने शिक्षा अवस्था को नंबरों का खेल बना डाला जिसमें छात्रों में बताएं सृजनशीलता दक्षता में कौशल का विकास होने के उन पर शत-प्रतिशत अंक लाने का दबाव बढ़ता गया अंकों का आंकड़ा बढ़ाने की सिर्फ और बढ़ती गई बल्कि छात्रों की मजबूरी भी बन गई यदि छात्र अधिक से अधिक अंक बटोरे तो आगे बढ़ता रहता है
वर्तमान युग योगेश योगेश शिक्षा में दक्षता विकास को प्रोत्साहित कर हम उद्योग ऑफिस टाइम दे सकते हैं हमारे उद्यमशीलता शिवा उद्योगों के विस्तार देकर देश के आर्थिक विकास में केंद्रीय भूमिका निभा सकते हैं एक तरफ तो वे आत्मनिर्भर बनकर देश के आर्थिक विकास में योगदान करेंगे
तो दूसरी तरफ नौकरियों पर उठकर की निर्भरता खत्म होगी हमने भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक पहचान दिलाने के उद्देश्य से भारत को वैश्विक विनिर्माण के रूप में स्थापित करना है हमें एक सूरत बनानी होगी और इसके लिए एक मजबूत अधोसंरचना स्थापित करनी होगी
किसी भी देश के दिन काली विकास ऐसे दिन स्थिति के लिए पहली जो इस बात की होती है किस देश की शिक्षा में गुणवत्ता पूर्वक हो तथा उसमें दक्षता का विकास अनिवार्य रूप से सम्मिलित हो भारत के विकास के लिए अभी समय आ गया है कि हम दक्षता विकास के लिए अब वह समय आ गया है कि बचता विकास को प्रोत्साहित देने की शिक्षा के ढांचे में बुनियादी बदलाव करें
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